Kavita Gautam

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जीवन नृत्य

"जीवन नृत्य"

जीवन है नृत्य
जीवन है लय
जीवन है भावों का इक गीत

इसके भावों से
और लय से
प्रेम की धुन तो बनाना सीख

पूरी होती जीवन की लय
मिलकर के कदम बढ़ाने से
बढ़ जायेंगे खुद ही ये कदम
प्रेम का गीत तो गाना सीख

मानो तो सभी अपने हैं यहां
न मानो तो अपने भी हैं गैर
इस जीवन रूपी नृत्य को तू
प्रेम के सुर पे नचाना सीख

मन में रख के बस प्रेम भाव
द्वेष को परे हटाना सीख
बन जायेंगे सभी अपने यहां
बस अपना बनाना सीख।।

कविता गौतम...✍️

#हिंदी दिवस प्रतियोगिता 

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11 Comments

,,,, बहुत ही सुंदर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ,,, मानो ही सही है

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Kavita Gautam

21-Sep-2022 01:30 PM

सुंदर समीक्षाओं हेतु आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏

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Swati chourasia

20-Sep-2022 07:36 PM

बहुत खूब 👌

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